प्रकृति अपने मौलिक रूप में — मानवीय स्पर्श के बगैर — बेहद खूबसूरत है। हम जिस दुनिया में रहते हैं, यह उसकी शानदार नेमतों में से एक है। उसी खूबसूरती को शहरी परिवेश में ढालने के लिए थोड़े हुनर की ज़रूरत होती है। और इसी जगह आर्किटेक्ट की भूमिका सामने आती है।
आर्किटेक्चर बने-बनाए एनवायरन्मेंट की डिज़ाइन के ज़रिये, मुख्यत: दूसरों की सेवाओं पर फ़ोकस होता है। लेकिन रोज़मर्रा में आर्किटेक्ट को कई तरह की व्यावहारिक माँगों जो अक्सर अंतर्विरोधी भी होती हैं, के चलते एक खास दायरे में अपनी भूमिका निभानी होती है — शुरुआती अवधारणा में बदलाव कर देने वाले क्लाइंट, पर्यावरण के बारे में चिंताएँ और यहाँ तक कि सामान्य रूप से कम समय वाली डेडलाइन के तहत उनको काम करना होता है। ये सभी कारक और अन्य वजहें किसी आर्किटेक्चरल प्रोजेक्ट के अंतिम परिणाम में निर्णायक भूमिका निभा सकती हैं।
खुशी की बात यह है कि किसी आर्किटेक्चरल वर्कफ़्लो में 3D-आधारित अप्रोच से काम करके इनमें से कई ज़रूरतों को पूरा किया जा सकता है।
बेशक, किसी भी आर्किटेक्चरल प्रोजेक्ट में क्वालिटी बहुत महत्वपूर्ण है। हर प्रोजेक्ट में आर्किटेक्ट का काम उतना बेहतरीन होना चाहिए, जितना बेहतरीन वह हो सकता है। यहाँ, Adobe Substance 3D टूलसेट में मौजूद 3D टूल एक आदर्श समाधान हैं।इन टूल से आर्किटेक्ट को पूरी तरह से फ़ोटोरियलिस्टिक इमेज बनाने की सुविधा मिलती है। प्रोजेक्ट को उसके पूरे संदर्भ में दिखाने के लिए बनाए गए एसेट आसानी से 3D सीन में लगाए जा सकते हैं।
लेकिन एक आर्किटेक्ट के काम में रफ़्तार और बदलती ज़रूरतों के साथ तुरंत ऐक्शन लेना भी बहुत ज़रूरी होता है। यहाँ भी, 3D टूल पर आधारित अप्रोच अपनाने से कई समाधान मिल जाते हैं। Substance 3D टूलसेट आर्किटेक्ट को ज़रूरत के मुताबिक तेज़ी से और आसानी से एसेट को बनाने और उनमें बदलाव करने की सुविधा देते हैं। इसके अलावा Substance 3D Assets लाइब्रेरी इस्तेमाल के लिए तैयार 3D मॉडल और मटीरियल की एक बड़ी रेंज उपलब्ध करवाता है।
आजकल के आर्किटेक्चरल प्रॉजेक्ट्स में वर्चुअल रियालिटी और ऑगमेंटेड रियालिटी के साथ-साथ 3D विज़ुअलाइज़ेशन का चलन बढ़ रहा है। ऐसे में, Adobe आर्किटेक्ट्स के लिए कई तरह के 3D टूल्स उपलब्ध कराना चाहता है जिनका इस्तेमाल करके वे अपने आर्किटेक्चरल विज़ुअलाइज़ेशन प्रॉजेक्ट्स ज़्यादा असरदार व कारगर ढंग से पूरे कर सकें, जिनसे उन्हें एक ही काम करने के कई तरीके मिल सकें, और जिनसे उनके विज़ुअल्स दिखने में सच्चाई के और ज़्यादा करीब लगें।