Adobe Substance 3D की मदद से फ़ैशन डिज़ाइन।
कुछ ही साल पहले की बात है जब माना जाता था कि 3D डिज़ाइन टूल्स सिर्फ़ हार्ड-सर्फ़ेस क्रिएशन्स के लिए होते हैं, यानी उनका सिर्फ़ ऑटोमोटिव मैन्युफ़ैक्चरिंग या आर्किटेक्चरल इलस्ट्रेशन्स जैसी डोमेन्स से वास्ता होता है। ऐसा माना जाता था कि उस समय के 3D डिज़ाइन टूल्स के लिए टेक्सटाइल्स या कपड़ों जैसे ज़्यादा लचीले आइटम्स डिज़ाइन करना बेहद जटिल काम था।
3D डिज़ाइन ने फ़ैशन को कैसे बदला।
अब ऐसा नहीं है। 3D फ़ैशन डिज़ाइन टेक्नोलॉजी अपारेल, फ़ैशन, और लग्ज़री (AF&L) इंडस्ट्री में प्रॉडक्ट डेवलपमेंट, पैटर्न मेकिंग, फ़िटिंग्स, व अन्य चीज़ों के प्रति क्रिएटिव्स के नज़रिए बदल रही है। कपड़ों के 3D डिज़ाइन बनाने के लिए उपलब्ध सॉफ़्टवेयर से, डिज़ाइन बनाने की प्रोसेस आसान हो जाती है। साथ ही, इससे समय और खर्चे की बचत के अलावा, पर्यावरण को होने वाले नुकसान को भी कम किया जा सकता है। 3D और AR टेक्नोलॉजी की मदद से, फ़ैशन ब्रैंड दुनिया भर में ऑडियंस से जुड़ पाते हैं और ब्रैंड में लोगों की दिलचस्पी बढ़ाते हैं।
आज, 3D टेक्नोलॉजी क्लॉथ ड्रेप व लुक की बेहद रियलिस्टिक इमेजेज़ प्रज़ेंट कर सकती है और यह लगातार AF&L इंडस्ट्री को ट्रांसफ़ॉर्म कर रही है। Adidas, Hugo Boss, Louis Vuitton वगैरह जैसी कंपनियाँ, डिज़ाइन की प्रोसेस में 3D टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल कर रही हैं।
कपड़ों के डिज़ाइन बनाने वाले क्रिएटर्स के लिए, ई-कॉर्मस बिल्कुल एक उभरता हुआ और दिलचस्पी भरा फ़ील्ड है। 3D टूल इस्तेमाल करने से, ई-कॉमर्स में AR (ऑगमेंटेड रिएलिटी) और असल दुनिया जैसे अनुभव देने की संभावना बढ़ जाती है। इससे ब्रैंड को लेकर लोगों का नज़रिया बेहतर करने और ग्राहकों से अच्छे रिश्ते बनाने में मदद मिलती है। कई सालों से, कपड़ों के डिज़ाइनर यह सवाल पूछते रहे हैं, “क्या वर्चुअल तरीके से कपड़े इस्तेमाल करके दिखाने से संभावित ग्राहक कपड़े खरीदेंगे?” इस सवाल का जवाब अब हाँ हो चुका है।
प्रॉडक्ट डेवलपमेंट की एक ज़्यादा आसान और तेज़ प्रोसेस।
"Substance की मदद से हमें ज़्यादा क्रिएटिव होने का मौका मिलता है व हम और ज़्यादा नए-नए आइडियाज़ आज़माकर देख पाते हैं। साथ ही, यह प्रॉडक्शन में लगने वाला समय कम कर देता है और हमें शानदार रिज़ल्ट्स हासिल होते हैं।"
— बस्टियान घलुक, INDG
कपड़े बनाने वाली कंपनियों को, 3D डिज़ाइन टूल्स से काफ़ी फ़ायदे मिल सकते हैं। सबसे अहम फ़ायदों में से एक है कि इनसे कंपनी की कुल मिलाकर प्रोडक्शन स्पीड तेज़ होती है। डिज़ाइनर वर्चुअल तरीके से, किसी कपड़े के कई वैरिएंट बना सकता है। इससे मार्केटिंग में प्रॉडक्ट के पहुँचने में हफ़्तों और महीनों के हिसाब से समय की बचत होती है। वे फ़िज़िकल सैंपल्स का इंतज़ार किए बिना ज़रूरत के हिसाब से फ़ोटोरियलिस्टिक प्रॉडक्ट विज़ुअल्स बना सकते हैं और शेयर कर सकते हैं, और 3D में काम करने से फ़िज़िकल प्रोटोटाइपिंग से जुड़ी लागत बहुत कम हो जाती है।
बढ़ी हुई रफ़्तार व और ज़्यादा क़िस्मों वाले क्रिएटिव ऑपशन्स प्रपोज़ करने की काबिलियत एक-दूसरे से करीबी से जुड़े हुए हैं। अभी तक आम तौर पर इस्तेमाल होते आ रहे टूल्स के मुकाबले, Adobe Substance 3D के टूल्स की मदद से कहीं ज़्यादा डिज़ाइन्स तैयार की जा सकती हैं। साथ ही, डिज़ाइन के अपने सभी आइडिया को लेकर, असल दिखने वाले और पूरी जानकारी वाले विज़ुअल बनाए जा सकते हैं। इनसे आपको बेहतर तरीके से अपना काम दिखाने का मौका मिलता है।
दूसरी इंडस्ट्री की तरह, कपड़े के बिज़नेस में भी लंबे समय तक काम करना एक चैलेंज है। 3D प्रोसेस इस्तेमाल करने से यह चैलेंज दूर हो जाता है — इसमें कपड़ों को 3D में डिज़ाइन करने से, पैटर्न कटिंग और फ़िटिंग से कपड़ों की होने वाली बर्बादी कम की जा सकती है। थोड़े में कहा जाए, तो 3D में काम करना कपड़े डिज़ाइन करने का सबसे एथिकल और सस्टेनेबल तरीका है। अपने कलेक्शन को 3D में डिज़ाइन करें। इस टेक्नोलॉजी के ज़रिए वर्चुअल तरीके से फ़िटिंग देखें या अपना कलेक्शन रिलीज़ करें।
Substance 3D की मदद से, कपड़े डिज़ाइन करने की प्रोसेस बेहतर बनाना।
Adobe Substance 3D टूलसेट की मदद से कोई भी मनचाहा मटीरियल बनाया जा सकता है। नए सिरे से अपने मटीरियल बनाए जा सकते हैं। इसके अलावा, असल दुनिया के संसाधनों की फ़ोटो से 3D मटीरियल लिए जा सकते हैं। इसके बाद, इनमें ज़रूरत के हिसाब से बदलाव किए जा सकते हैं। रिसोर्सेज़ को आसानी से एक्सपोर्ट किए जाने, बिना रुकावट के टाइल किए जा सकने वाले मटीरियल्स प्रोड्यूस करने, और बेहद हाई-रिज़ॉल्यूशन (8K) वाली इमेजेज़ बनाने के लिए यूज़र्स खुद के मटीरियल प्रीसेट्स डिफ़ाइन कर सकते हैं।
Substance मटीरियल्स प्रोसीजरल होते हैं। यानी, आपको अपने मटीरियल के लिए सिर्फ़ अपने चुने गुए पैरामीटर्स ही सेट करने होते हैं, और सॉफ़्टवेयर एक ऐसा फ़ोटोरियलिस्टिक मटीरियल जेनरेट करेगा जो आपकी मर्ज़ी के हिसाब से जितनी ज़रूरत होगी उतना यूनिफ़ॉर्म या यूनीक होगा। उदाहरण के लिए, लेदर के लिए रंग, एक तरह के कण और उनकी दिशा जैसे पैरामीटर सेट किए जा सकते हैं। साथ ही, यह भी तय किया जा सकता है कि लेदर कितना खुरदुरा या मुलायम होगा और बार-बार इस्तेमाल करने पर उस पर कितना असर पड़ेगा। जितने चाहे उतने पैरामीटर सेट करके, मटीरियल के लिए कई मेट्रिक्स बनाई जा सकती हैं। स्टिचिंग या डीकल जैसे और एलिमेंट भी इस्तेमाल करें, ताकि ज़्यादा से ज़्यादा नतीजे मिल पाएँ।
कपड़ों के 3D डिज़ाइन बनाने के लिए उपलब्ध दूसरे सॉफ़्टेवयर के साथ इंटिग्रेट करना।
कपड़े डिज़ाइन करने की प्रोसेस के दौरान, Substance 3D के टूलसेट से दूसरे टूल पर आसानी से स्विच किया जा सकता है। Illustrator या Photoshop जैसे दूसरे Adobe Creative Cloud ऐप्लिकेशन इस्तेमाल करके बनाए गए 2D कॉन्टेंट को भी शामिल किया जा सकता है। साथ ही, उन्हें 3D में इस्तेमाल करने के लिए Substance टूलसेट में लाया जा सकता है। उदाहरण के लिए, किसी लोगो को 3D डीकल के तौर पर लागू किया जा सकता है। इसके अलावा, किसी 2D डिज़ाइन का इस्तेमाल, 3D में मटीरियल को रंग देने के लिए ऐल्फ़ा के तौर पर किया जा सकता है। Substance 3D और दूसरे ऐप्लिकेशन के बीच स्विच करना बेहद आसान है।
Substance 3D टूल से बनाए गए डिज़ाइन को बाहरी कामों के लिए एक्सपोर्ट भी किया जा सकता है। हो सकता है कि आप ऑगमेंटेड रियालिटी एक्सपीरियंस बनाना चाहें, या कोई वर्चुअल कैटवॉक करना चाहें। Substance के टूलसेट से इस तरह के प्रोजेक्ट काफ़ी बेहतर तरीके से बनाए जा सकते हैं।
इसके अलावा, इस्तेमाल के लिए तैयार Susbtance मटीरियल्स अपारेल इंडस्ट्री में इस्तेमाल होने वाले कई अहम सॉफ़्टवेयर टूल्स में सीधे इंटीग्रेट किया जा सकता है। Substance 3D सॉफ़्टवेयर पर वापस जाए बिना ही यूज़र्स सीधे थर्ड-पार्टी ऐप्लिकेशन्स के अंदर ही Substance मटीरियल्स में बदलाव कर सकते हैं और उनका इस्तेमाल कर सकते हैं। यह काम CLO, Marvelous Designer, Maya, और Browzwear के Vstitcher सॉफ़्टवेयर जैसे मॉडलिंग टूल में किया जा सकता है। साथ ही, Unreal Engine गेम इंजन के अलावा, V-Ray और Redshift रेंडरिंग इंजन में भी ऐसा करना मुमकिन है।
““Substance के मटीरियल को CLO में चल रहे प्रोजेक्ट में इस्तेमाल करने और कभी भी, कहीं भी मटीरियल के पैरामीटर बदलने की सुविधा से, एक नया स्टैंडर्ड सेट हो गया है।”
— जॉन-डनियल ईज़कसॉन, H&M
डिजिटल मटीरियल्स की दुनिया।
कपड़ों के बेहतरीन और असल फ़ोटो की तरह दिखने वाले 3D डिज़ाइन बनाने के लिए, आपको बेहतरीन 3D मटीरियल की ज़रूरत होगी। यहाँ आपको Substance 3D के टूल के बारे में जानकारी दी गई है।
Substance 3D की एसेट लाइब्रेरी में में कई तरह के मटीरियल्स होते हैं जो पूरी तरह से पैरामीट्रिक होते हैं। आपको लेदर, सिलाई और बुनाई वाले मटीरियल, डेनिम, और खेल-कूद के कपड़े के खास फ़ैब्रिक मिलेंगे — पैरामीटर के हिसाब से, इनमें से हर एक मटीरियल में ज़रूरत के मुताबिक बदलाव किए जा सकते हैं, ताकि अपना मनपसंद लुक मिल पाए। इसके बजाय, अगर आपको अपने काम की चीज़ कहीं और मिल गई है, तो इस्तेमाल के लिए थर्ड-पार्टी लाइब्रेरीज़ से मटीरियल्स इम्पोर्ट किए जा सकते हैं।
नए सिरे से, मटीरियल की अपनी लाइब्रेरी भी बनाई जा सकती है। एक ऑप्शन: नए सिरे से मटीरियल्स तैयार करने के लिए Substance 3D Designer का इस्तेमाल किया जा सकता है। आपको जो मटीरियल चाहिए उसकी बेस क्वालिटीज़ तय करें, फिर मटीरियल के आपकी मर्ज़ी के हिसाब से बन जाने तक किसी नोड-आधारित वर्कफ़्लो में आइडियाज़ आज़माकर देखें।
एक और सल्यूशन: आपके आसपास मौजूद सचमुच के मटीरियल्स को डिजिटल बनाने और उन्हें 3D प्रॉजेक्ट्स में अप्लाई करने के लिए, Substance 3D Sampler का इस्तेमाल किया जा सकता है। चुने गए सैंपल के फ़ोटो इनपुट करें। Sampler इन्हें 3D मटीरियल में बदलने के लिए ज़रूरी डेटा निकालेगा। इसे बाद में ज़रूरत के हिसाब से कपड़ों के डिज़ाइन में इस्तेमाल किया जा सकता है। इन मटीरियल को “ऐसे ही” इस्तेमाल किया जा सकता है। इसके अलावा, इनके कुछ एलिमेंट में बदलाव किए जा सकते हैं या नए एलिमेंट जोड़े जा सकते हैं। संभावनाएँ बहुत सारी हैं।
3D Assets पर नई चीज़ या ग्राफ़िक जोड़ना।
“Substance का इस्तेमाल, डिज़ाइन का कम अनुभव रखने वाले लोग भी कर सकते हैं। साथ ही, इसमें को भी व्यक्ति असल दुनिया से मेल खाने वाली बेहतरीन चीज़ें बनाने के लिए मटीरियल का इस्तेमाल कर सकता है। हर किसी को डिजिटल मटीरियल पर काम करने के लिए इसका इस्तेमाल करना चाहिए।”
— सफ़ीर बेलाली, VF CORPORATION
कपड़ों के लिए, प्रिंट किए गए डिज़ाइन भी इस्तेमाल किए जा सकते हैं। इनमें कढ़ाई के काम, फ़्लॉकिंग, ग्लिटर, और प्लास्टिक इंजेक्शन जैसी चीज़ें जोड़ी जा सकती हैं। 3D टूल में, प्रिंट के रंग, चमक, मोटाई, मेटैलिसिटी वगैरह जैसी चीज़ें बेहतर तरीके से कंट्रोल की जा सकती हैं। साथ ही, रीयल-टाइम में बदलावों के बारे में सोचा जा सकता है और कभी भी, कहीं भी बदलाव किए जा सकते हैं। दिमाग में आ रहे आइडिया को टेस्ट करें और बेहतरीन नतीजे के साथ आगे बढ़ें।
क्या आप अपनी कंपनी के लिए Substance 3D इस्तेमाल करना चाहते हैं? और जानें।