लेकिन मिक्स्ड रिएलिटी को गेमिंग के अलावा भी कई जगह इस्तेमाल किया जाता है। कलाकार, डिज़ाइनर और विज्ञापनदाता कई सालों से लोगों को नए तरीके से एंगेज करने और कहानियाँ सुनाने के लिए 3D का इस्तेमाल करते रहे हैं और अब वे 3D काम को और बेहतर तरीके से असली दुनिया में लाने के लिए मिक्स्ड रिएलिटी का इस्तेमाल कर सकते हैं।

VR बनाम AR बनाम MR: क्या अंतर है?

वर्चुअल रिएलिटी (VR)

VR अनुभव में एक खास रोल वाले उपकरण की मदद से कंप्यूटर द्वारा बनाए गए सिम्युलेशन में दाखिल होना शामिल है। VR हेडसेट आपके असली दुनिया के व्यू को पूरी तरह से ब्लॉक कर देता है और आपको एक वर्चुअल दुनिया में ले जाता है। हेडसेट के हज़ारों सेंसर और टेक्नोलॉजी आपको आपके मूवमेंट के ज़रिये वर्चुअल दुनिया में ले जाती है। फिर इस जानकारी का इस्तेमाल वर्चुअल वर्ल्ड में आपके मूवमेंट्स (जो कभी-कभी आपके वर्चुअल अवतार का हिस्सा होते हैं) तय करने में किया जाता है।

ऑगमेंटेड रिएलिटी (AR)

AR अनुभव आपके सामने डिजिटल ऑब्जेक्ट को असली दुनिया में लेयर में लगाते हैं। AR डिजिटल कॉन्टेंट उपलब्ध करवाता है जो कि आपकी आँखों के सामने मौजूद चीज़ों को आपको और बेहतर तरीके से दिखाता है, और जिसे आप या तो खास AR चश्मे से या अपने फ़ोन, टैबलेट या अन्य डिवाइस के कैमरे के ज़रिये देखते हैं।

मिक्स्ड रिएलिटी (MR)

VR और AR मिक्स्ड रिएलिटी में मिल जाते हैं। रिसर्चर पॉल मिलग्रैम और फ़्यूमियो किशिनो ने पूरी तरह वास्तविक और पूरी तरह वर्चुअल एन्वायरन्मेंट के बीच निरंतरता के बारे में बताने के लिए 1994 में एक नया शब्द बनाया। इन दिनों, मिक्स्ड रिएलिटी ऐसे एन्वायरन्मेंट के बारे में बताता है जिसमें वास्तविक और वर्चुअल सब्जेक्ट और ऑब्जेक्ट रीयल टाइम में एक-दूसरे से इंटरैक्ट करते हैं — और जिसमें आप वास्तविक और वर्चुअल कॉम्पोनेंट, दोनों के साथ इंटरैक्ट कर सकते हैं। इसके लिए ऐसे हेडसेट की ज़रूरत होती है जिसमें कोई पारदर्शी लेंस या कैमरा हो ताकि आप अब भी वास्तविक दुनिया को देख सकें। ध्यान दें कि Windows मिक्स्ड रिएलिटी हेडसेट, कैमरे वाला VR हेडसेट है।

इनकी दुनिया और हार्डवेयर में अंतर।

  • दुनिया: VR में, आप वास्तविक दुनिया से पूरी तरह कट जाते हैं। AR और MR के अनुभव में वास्तविक दुनिया शामिल हो सकती है और ये डिजिटल एलिमेंट के साथ या तो ऑगमेंट किए जाते हैं या मिलाए जाते हैं।
  • हार्डवेयर: इन तीनों अनुभवों के लिए आपको एक डिवाइस की ज़रूरत होगी। VR में आप एक हेडसेट पहनते हैं जो आपको वास्तविक दुनिया से पूरी तरह काट देता है। AR में आप अनुभव लेने के लिए स्मार्टफ़ोन जैसे डिवाइस का इस्तेमाल करते हैं। MR के साथ, आपको ग्लासेज़ या हेडसेट पहनने होते हैं, जैसे, Microsoft HoloLens, HTC Vive, या Magic Leap. इनकी मदद से असल दुनिया को भी देखते रहा जा सकता है।

VR, AR, और MR के फ़ायदे।

angry bird

एंटरटेनमेंट

VR हेडसेट, जैसे कि Oculus से मेनस्ट्रीम ऑडियंस का ध्यान खींचना आसान हो जाता है और VR का गेमिंग व सिनेमैटिक ऐप्लिकेशन भी बहुत ज़्यादा होता है। सुपरहिट मूवीज़, बीते हुए दौर के माहौल, जैसे कि मध्ययुगीन यूरोप या शराबबंदी के दौर के शिकागो, और सिक्कों से चलने वाली मशहूर गेम मशीन्स से आइडिया लेकर VR गेम्स हर तरह का एक्सपीरियंस उपलब्ध कराते हैं। COVID-19 महामारी में थिएटर्स के बंद रहने के दौरान कई थिएटर डायरेक्टर्स ने ड्रैमेटिक वर्क्स बनाने के लिए VR का इस्तेमाल किया है। उन्होंने इस फ़ॉर्मेट से की जा सकने वाली कुछ बिलकुल अलग किस्म की चीज़ों का भी फ़ायदा उठाया और ऑडियन्सेज़ के लिए कैरेक्टर्स बनना या अपनी खुद की एंडिंग्स चुनना मुमकिन बनाया है।

AR को मनोरंजन उद्योग में भी कई तरह से इस्तेमाल किया जा सकता है जिसमें सिनेमा और गेमिंगदोनों शामिल हैं। Pokémon Go (2016) शायद AR ऐप का सबसे अच्छा उदाहरण होगा जो वायरल हो गया था और दुनिया भर के करोड़ों लोग कार्टून कैरेक्टर्स से भरी हुई दुनिया का हिस्सा बन गए जिसमें हकीकत और इसके साथ-साथ यूज़र एनवायरमेंट भी थोड़ा ज़्यादा जादुई लगते थे।

MR के तीनों टेक्नोलॉजी में सबसे नया होने की वजह से, मनोरंजन की दुनिया में अभी भी यह अपने शुरुआती चरण में है। Angry Birds FPS जगह से जुड़ा गेमिंग अनुभव है जो आपकी असली दुनिया में सुअरों को सुपरइंपोज़ करने के लिए Magic Leap हेडसेट का इस्तेमाल करता है।

अन्य उद्योग: हेल्थकेयर, आर्किटेक्चर, शिक्षा

VR और AR कई उद्योगों में अब स्थापित हो चुके हैं जिसमें आर्किटेक्चर, हेल्थकेयर और शिक्षा शामिल हैं। मिक्स्ड रिएलिटी टेक्नोलॉजी के इस्तेमाल काफ़ी भरोसा देने वाले हैं और लोगों ने इन्हें अपनाना भी शुरू कर दिया है।

VR अनुभव ने अवधारणात्मक इमारतों के बारे में जानने के अवसर देकर आर्किटेक्चर इंडस्ट्री में क्रांति ला दी है। क्लाइंट्स को पहले कोई 3D मॉडल देखने के लिए काफ़ी दूर से आना पड़ता था। अब इसे देखने के लिए, उन्हें बस एक हेडसेट और वर्चुअल बिल्डिंग की "डिजिटल चाबी" चाहिए — यानी कि उन्हें ऐप्लिकेशन और प्रॉजेक्ट का ऐक्सेस पाना होगा — इसके बाद, वे वर्चुअल तरीके से साइट देख सकते हैं। हेल्थकेयर में MR भी कई तरह से फ़ायदेमंद हो सकता है। इसकी मदद से सर्जन्स MR से चलने वाले X-ray विशन का इस्तेमाल करके सर्जरी के दौरान किसी मरीज़ की स्किन के नीचे मौजूद ब्लड वेसल्स व हड्डियाँ देख सकते हैं।

हेल्थकेयर में, वर्चुअल रियालिटी की मदद से सर्जन्स बनने की चाहत रखने वाले लोग तजुर्बेदार सर्जन्स की आँखों के ज़रिए प्रॉसेस देख सकते हैं, वहीं पहले से लिखे गए सीनारियोज़ की मदद से सर्जन्स अचानक सामने आ जाने वाले हालात और उनसे निपटने के लिए तैयारियाँ कर सकते हैं। MR को भी हेल्थकेयर क्षेत्र में कई तरह से इस्तेमाल किया जा सकता है। सर्जन को MR द्वारा संचालित X-ray विज़न इस्तेमाल करने की सुविधा देना ताकि सर्जरी के दौरान मरीज़ की त्वचा के अंदर रक्त नलिकाओं और हड्डियों को देखा जा सके।

ये तीनों ही टेक्नोलॉजीज़ इमर्सिव एजुकेशनल एक्सपीरियंसेज़ को मुमकिन बनाती हैं। इससे क्लासरूम में स्टूडेंट्स के लिए सीखना ज़्यादा दिलचस्प हो जाता है और कई तरह की सेटिंग्स में बड़े पैमाने पर ट्रेनिंग के मौके क्रिएट होते हैं।