ग्लोबल इल्यूमिनेशन के लिए एक गाइड।

इस गाइड में, हम बताएँगे कि ग्लोबल इल्यूमिनेशन क्या है और आज़माए जाने के लिए कई GI टेक्नीक्स शेयर करेंगे।

a scene with a sunlit van beside walls covered in graffiti
ग्लोबल इल्यूमिनेशन एक बुनियादी लाइटिंग टेक्नीक है जो असल दुनिया में ऑब्जेक्ट्स के साथ लाइट के इंटरैक्ट करने के तरीके को सिम्युलेट करती है, लेकिन डिजिटल एनवायरमेंट में। ग्लोबल इल्यूमिनेशन (GI) दिखने में ज़्यादा सचमुच के लगने वाले वर्चुअल वर्ल्ड्स बनाने के लिए लाइट को सीन में बाउंस, रीफ़्रैक्ट, व डिफ़्यूज़ करती है।

ग्लोबल इल्यूमिनेशन को समझना।

ग्लोबल इल्यूमिनेशन एक फ़ीचर है जो एक वर्चुअल एनवायरमेंट का इस्तेमाल करके असल दुनिया में सतहों के साथ लाइट के इंटरैक्ट करने के तरीके को सिम्युलेट करता है। अभी तक आम तौर पर चली आ रही टेक्नीक में, गेम डिज़ाइनर्स ऑब्जेक्ट्स पर किसी डायरेक्ट सोर्स की लाइट डालने के लिए डायरेक्ट लाइटिंग का इस्तेमाल करते हैं, जिससे कुछ शैडोज़ बन जाती हैं लेकिन यह दिखने में पूरी तरह से असली नहीं लगता।

ग्लोबल इल्यूमिनेशन टेकनीक्स की मदद से डिज़ाइनर्स इनडायरेक्ट लाइटिंग का इस्तेमाल कर सकते हैं, जो किसी सतह से टकराने पर रोशनी को बिखेर देती है। यह फ़ीचर कॉम्प्लेक्स इंटरैक्शन्स क्रिएट करता है, जो कहीं ज़्यादा बारीक होते हैं और दिखने में ज़्यादा असली लगते हैं। यही वजह है कि GI का इस्तेमाल करने वाले गेम्स में ज़्यादा असली से लगने वाले एनवायरमेंट्स होते हैं, जो कुदरती और इमर्सिव लगते हैं।

उदाहरण के लिए, ग्लोबल इल्यूमिनेशन से नीचे दिए गए सीनारियोज़ में फ़र्क पड़ सकता है:

  • किसी खिड़की से पूरी कमरे में लाइट बाउंस करना
  • किसी जंगल के पेड़ों की पत्तियों से होकर लाइट गुज़ारना
  • किसी झील की सतह से लाइट को टकराकर वापस भेजना

ग्लोबल इल्यूमिनेशन की टेक्नीक्स।

रेंडरिंग के लिए कई ग्लोबल इल्यूमिनेशन टेकनीक्स इस्तेमाल की जा सकती हैं, जैसे:

  • रेडियॉसिटी यह टेक्नीक सतहों को छोटे-छोटे हिस्सों में बाँट देती है। यह इन हिस्सों के बीच लाइट को डिफ़्यूज़ कर देती है। इससे सीन में मौजूद ऑब्जेक्ट्स के बीच बाउंस करती हुई लाइट का एक हल्का सा ग्रेडिएंट बन जाता है।
  • फ़ोटॉन मैपिंग। यह GI टेक्नीक किसी लाइट सोर्स से फ़ोटॉन्स शूट करती है और जब वे फ़ोटॉन्स पूरे सीन में चलायमान होते हैं, यह उन्हें एक मैप में स्टोर कर लेती है। इसके लिए बहुत ज़्यादा कंप्यूटिंग पावर की ज़रूरत पड़ती है, लेकिन यह सचमुच के लगने वाले रिफ़्लेक्शंस बनाती है।
  • प्री-कम्प्यूटेड GI. प्री-कम्प्यूटेड ग्लोबल इल्यूमिनेशन को पहले से ही कैलक्युलेट और स्टोर कर लिया जाता है, आम तौर पर एक लाइटमैप के रूप में। डिज़ाइनर्स असल समय में रेंडरिंग करते समय इसे गेम के टेक्सचर के ऊपर रखते हैं। यह गेमप्ले के दौरान तेज़ होता है, लेकिन चलती-फिरती चीज़ों के साथ सही से काम नहीं करता।
  • डायनामिक GI. डायनामिक ग्लोबल इल्यूमिनेशन असल समय में लाइटकैलक्युलेट करता है और इसीलिए चलते-फिरते ऑब्जेक्ट्स वाले रियलिस्टिक एनवायरमेंट्स बनाने के लिए यह बेहतरीन है।

ग्लोबल इल्यूमिनेशन बनाम रे ट्रेसिंग।

ग्लोबल इल्यूमिनेशन और रे ट्रेसिंग, दोनों ही रियलिस्टिक लाइटिंग बनाने में मदद करते हैं। हालाँकि, वे पूरी तरह से एक जैसे नहीं हैं। वे इन चीज़ों में एक-दूसरे से अलग होते हैं:

  • काम करने का तरीका। सतहों के बीच लाइट डिफ़्यूज़ करने के लिए GI रेडियॉसिटी और फ़ोटॉन मैपिंग का इस्तेमाल करता है। वहीं रे ट्रेसिंग किसी कैमरे से किरणें शूट करता है, ताकि देखा जा सके कि वे किन लाइट सोर्सेज़ से टकराती हैं।
  • परफ़ॉर्मेंस। GI बहुत ज़्यादा कंप्यूटिंग पावर लेता है, खासकर असल समय वाले सीनारियोज़ के लिए। इसीलिए ज़्यादातर डिज़ाइनर्स प्री-कम्प्यूटेड GI का इस्तेमाल करते हैं। रे ट्रेसिंग भी ज़्यादा कम्प्यूटिंग पावर इस्तेमाल करती है, इसलिए यह फ़िल्मों और TV में काम आने वाले CGI में ज़्यादा इस्तेमाल की जाती है।

ग्लोबल इल्यूमिनेशन इनडायरेक्ट लाइटिंग सिम्युलेट करके मॉडल्स को और ज़्यादा रियलिस्टिक बनाता है। लेकिन यह रियल-टाइम गेम्स के लिए हमेशा मुमकिन नहीं हो पाता, क्योंकि इसके लिए ढेर सारे रिसोर्सेज़ की ज़रूरत पड़ती है।

रे ट्रेसिंग रिफ़्लेक्शन्स और सॉफ़्ट शैडोज़ को सिम्युलेट करके भी असली लगने वाले सीन्स बनाता है। बीते दौर की बात की जाए, तो रे ट्रेसिंग में बहुत सारे रिसोर्सेज़ लगा करते थे, लेकिन नई और नायाब टेक्नोलॉजीज़ ने इसे रियल-टाइम रेंडरिंग के लिए इस्तेमाल करना मुमकिन बना दिया है।

ये दोनों टेक्नीक्स एक जैसी लग सकती हैं, और ऐसा इसलिए है क्योंकि वे अक्सर ओवरलैप होती हैं। रे ट्रेसिंग का इस्तेमाल आमतौर पर ग्लोबल इल्यूमिनेशन को कैलक्युलेट करने के लिए किया जाता है, इसलिए मुमकिन है कि डिज़ाइनर्स आगे चलकर GI और रे ट्रेसिंग को कम्बाइन करने वाले और भी टूल्स देखेंगे।

वीडियो गेम डिज़ाइन में ग्लोबल इल्यूमिनेशन।

ग्लोबल इल्यूमिनेशन वीडियो गेम डिज़ाइन में की जा सकने वाली चीज़ों को एक नए मुकाम पर ले जाता है। इसे इन कामों में इस्तेमाल किया जा सकता है:

  • डायरेक्ट और इनडायरेक्ट लाइट सोर्सेज़ को जोड़कर असली लगने वाले एनवायरमेंट्स बनाने में
  • आसपास की लाइटिंग में हेरफेर करके कुदरती तरीके से कैरेक्टर्स का अलग-अलग एनवायरमेंट्स के साथ मेलजोल करना
  • असल समय में डायनामिक लाइट सोर्सेज़ जेनरेट करना

The Witcher 3: Wild Hunt, Red Dead Redemption Wild Hunt, Red Dead Redemption 2, और Uncharted 4 जैसे आजकल के गेम्स वर्चुअल वर्ल्ड्स बनाने के लिए ग्लोबल इल्यूमिनेशन इस्तेमाल करने के बेहतरीन उदाहरण हैं। लेकिन ग्लोबल इल्यूमिनेशन से जहाँ एक तरफ़ असलियत का एहसास देने वाले वीडियो गेम्स बनाए जा सकते हैं, वहीं दूसरी तरफ़ इसका इस्तेमाल करने में ढेर सारे कम्यूटिंग रिसोर्सेज़ भी लगते हैं और इसे सभी तरह के हार्डवेयर्स के साथ इस्तेमाल नहीं किया जा सकता।

रोशनी की ताकत के बारे में जानें: Adobe Substance 3D की मदद से ग्लोबल इल्यूमिनेशन को आसान बनाना।

ग्लोबल इल्यूमिनेशन वर्चुअल एनवायरमेंट्स को जानदार बना देता है। यह एक ऐसा माहौल तैयार करता है जो स्मार्ट इनडायरेक्ट लाइटिंग के ज़रिए गेमर्स को स्टोरी में फ़ौरन इमर्स कर देता है।

GI की अपनी खुद की मुश्किलें तो हैं, लेकिन यह 3D और वीडियो गेम डिज़ाइन के लिए एक शानदार टूल है। फ़र्क खुद से महसूस करने के लिए Adobe Substance 3D Stager का इस्तेमाल शुरू करके अपने खुद के प्रॉजेक्ट्स में ग्लोबल इल्यूमिनेशन रेंडर करके तरह-तरह के आइडियाज़ आज़माकर देखें।

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल

क्या रे ट्रेसिंग और ग्लोबल इल्यूमिनेशन एक ही हैं?

वे एक ही नहीं हैं, लेकिन वे एक-दूसरे से जुड़े हुए हैं। रे ट्रेसिंग किसी सीन से गुज़रती हुई लाइट रेज़ का पाथ ट्रेस करती है। ग्लोबल इल्यूमिनेशन सर्फ़ेस के साथ इंटरैक्ट करने के बाद सीन में इनडायरेक्ट लाइटिंग को सिम्युलेट करता है। हालाँकि, ग्लोबल इल्यूमिनेशन को कैलक्युलेट करने के लिए रे ट्रेसिंग का इस्तेमाल किया जा सकता है।

लोकल इल्यूमिनेशन और ग्लोबल इल्यूमिनेशन एक-दूसरे से अलग कैसे हैं?

लोकल इल्यूमिनेशन में लाइट और सर्फ़ेसेज़ के बीच का सिर्फ़ डायरेक्ट इंटरैक्शन ही शामिल होता है। इसमें अलग-अलग सर्फ़ेसेज़ से टकराने के बाद उछलने वाली लाइट का इंटरप्ले शामिल नहीं होता। वहीं ग्लोबल इल्यूमिनेशन रेंडर की गई इमेजेज़ को और ज़्यादा रियलिस्टिक बनाने के लिए इनडायरेक्ट लाइटिंग को सिम्युलेट करता है।

ग्लोबल इल्यूमिनेशन की किस्में क्या-क्या हैं?

ग्लोबल इल्यूमिनेशन हासिल करने के कई तरीके होते हैं, जिनमें शामिल हैं:

● रेडियॉसिटी

● फ़ोटॉन मैपिंग

प्री-कम्प्यूटेड

● डायनामिक्स

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