क्रिएटिव जेनरेटिव AI

जेनरेटिव AI बनाम AI की दूसरी किस्में।

आर्टिफ़िशियल इंटेलिजेंस (AI) की अलग-अलग क़िस्मों के बारे में जानें, देखें कि वे जेनरेटिव AI से अलग कैसे हैं, और समझें कि Adobe Creative Cloud ऐप्स में Adobe जेनरेटिव AI का इस्तेमाल कैसे करता है

AI हमेशा से इंसानों के मन की उड़ान का हिस्सा रहा है।

सदियों से चली आ रही कहानियाँ बताती हैं कि इंसान आर्टिफ़िशियल इंटेलिजेंस के बारे में बहुत पहले से सोचता आया है। चाहे ग्रीक कहानियों में क्रीट टापू की हिफ़ाज़त करने वाला काँसे से बना हुआ बड़ा सा ऑटोमेटन (अपने आप काम करने वाली मशीन) टेलॉस हो, या '2001: अ स्पेस ओडिसी' फ़िल्म में स्पेसक्राफ़्ट को कंट्रोल करने वाला HAL हो, इंसान हमेशा से इंटेलिजेंट मशीनों के बारे में सोचता रहा है।

 

अब AI टेक्नोलॉजी हमारी रोज़-रोज़ की ज़िंदगी का हिस्सा बन चुकी है और इसे डेटा एनालाइज़ करने, अनुमान लगाने, व कामकाज को ज़्यादा कारगर व असरदार बनाने जैसे कामों में इस्तेमाल किया जा रहा है। बिलकुल हाल ही में, जेनरेटिव AI के रूप में, यह आर्ट बनाने में भी हमारी मदद कर रहा है।

आर्टिफ़िशियल इंटेलिजेंस क्या है?

किसी मशीन के ज़रिए इंसानी अक्लमंदी की नकल किया जाना आर्टिफ़िशियल इंटेलिजेंस कहलाता है। इंसानों जैसी हरकतें करने वाली मशीनों का पुरानी कहानियों में काफ़ी पहले से ज़िक्र मिलता है और सचमुच में भी ऐसा हासिल करने के लिए सदियों से कोशिशें होती आई हैं, लेकिन मशीन लर्निंग के सिलसिले में पहली सच्ची कामयाबी 1951 में हासिल हुई जब यूनिवर्सिटी ऑफ़ मैनचेस्टर में एक चेकर्स प्रोग्राम ने इंसानी खिलाड़ियों को हराने के लिए ज़रूरी हुनर सीख लिया। यह गेम AI का सबसे शुरुआती रूप था।

 

आज AI हर जगह छाया हुआ है, खासकर हमारे फ़ोन्स और मोबाइल ऐप्स में जहाँ यह चेहरे व बोली की पहचान करने, स्पैम फ़िल्टर करने, ग्रामर के सुझाव देने, और किसी भाषा का अनुवाद करने जैसे सामान्य कामों को पूरा करता है।

AI की तीन किस्में।

AI की ऐसी कोई एक किस्म नहीं है जो अकेले सारा काम कर लेती हो। जैसे वर्ड प्रॉसेसिंग, अकाउंटिंग, और डिजिटल कंपोज़िटिंग वाले कामों के लिए अलग-अलग कंप्यूटर प्रोग्राम्स की ज़रूरत होती है, उसी तरह अलग-अलग तरह के कामों के लिए अलग-अलग किस्म वाले AI की ज़रूरत होती है। आपका आए दिन जिन किस्मों वाली AI से सामना होता है, उनमें से ज़्यादातर तीन सबसे बुनियादी कैटेगरीज़ में से किसी न किसी में शामिल होती हैं।

नैरो AI

इस किस्म वाली AI कुछ खास तरह के काम ही करती है और उससे आगे की कोई चीज़ नहीं सीखती। इमेज की पहचान करना, नैचुरल लैंग्वेज प्रॉसेसर्स, और इमेज जेनरेटर्स को नैरो आर्टिफ़िशियल इंटेलिजेंस की कैटेगरी में रखा जाता है। Siri, Google Assistant, और Alexa नैरो AI के रूप हैं। वे वॉइस कमांड्स को समझ सकते हैं और उनका जवाब दे सकते हैं, लेकिन वे आपकी बीमारी की सही-सही पहचान नहीं कर सकते।

रिएक्टिव मशीनें

जैसा कि नाम से पता चलता है, ये मशीनें सिर्फ़ स्टिम्यूलाइ (जैसे कि वर्चुअल शतरंज पर किसी भी टुकड़े से चली गई चाल) का ही जवाब दे सकती हैं। ये मशीनें लिमिटेड मेमरी AI मशीनों की तरह यादें इकट्ठा नहीं करतीं जिन्हें आगे चलकर इस्तेमाल किया जा सके, मगर ये डिजिटल ज़िंदगी का एक अहम हिस्सा होती हैं। स्पैम फ़िल्टर्स व रिकमेंडर सिस्टम्स जो आपका चीज़ों को इस्तेमाल करने का तौर-तरीका देखते हैं और उसके आधार पर आपको सुझाव देते हैं कि आपको अगली कौन सी फ़िल्म देखनी चाहिए या क्या खरीदना चाहिए, उन्हें रिएक्टिव मशीनों की कैटेगरी में रखा जाता है।

लिमिटेड मेमरी AI

रिएक्टिव मशीनों के बाद AI डेवलपमेंट की फ़ील्ड में लिमिटेड मेमरी AI को अगला स्टेप माना जाता है। यह जानकारी स्टोर कर सकती है, इससे सीख सकती है, और सीखी गई चीज़ों का इस्तेमाल करके नए काम कर सकती है। इस किस्म की AI अनुमान लगाने में काम आती है व इसे फ़ाइनेंस से लेकर मौसम की जानकारी देने से जुड़े कामों में आने वाले दिनों के ट्रेंड्स का अनुमान लगाने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। यह आजकल सबसे ज़्यादा इस्तेमाल होने वाली AI की किस्म है। यह चैटबॉट्स व खुद से चलने वाली कारों में पाई जाती है।

पौधों से ढकी हुई इमारत

जेनरेटिव AI कौन सी किस्म वाली AI है।

जेनरेटिव AI नैरो AI का ही एक सबसेट है, मगर यह सभी तरह के कॉन्टेंट के लिए क्रिएटर्स को ढेर सारे ऑप्शन्स मुहैया कराती है। जेनरेटिव AI को बड़े-बड़े डेटासेट्स का इस्तेमाल करके ट्रेन किया जाता है। यह उस डेटा में मौजूद पैटर्न की पहचान करती है और सीखी गई चीज़ों के आधार पर कुछ नतीजे निकालती है। फिर कोई टेक्स्ट डिस्क्रिप्शन इनपुट किए जाने पर यह उस मशीन लर्निंग का इस्तेमाल करके नए पैटर्न्स क्रिएट करती है और कुछ नया बनाती है।

 

जेनरेटिव AI इतनी मज़ेदार इसलिए भी है, क्योंकि इसे इस्तेमाल करना बेहद आसान है। एक फ़ील्ड में बस एक आसान सा टेक्स्ट टाइप करने से, आपको करीब-करीब फ़ौरन रिज़ल्ट्स मिल जाते हैं। इसके अलावा, जेनरेटिव AI छोटे-बड़े कामों में कई तरह से मदद कर सकती है।

 

वेब डेवलपर्स इसका इस्तेमाल कंप्यूटर कोड में मौजूद बग्स को फ़िक्स करने के लिए करते हैं। कंपनियाँ इसका इस्तेमाल कस्टमर सर्विस चैटबॉट्स के लिए करती हैं। साइंटिस्ट्स इसका इस्तेमाल डायग्नॉस्टिक्स और रिसर्च के लिए करते हैं। टीचर्स, राइटर्स, आर्टिस्ट्स, और म्यूज़ीशियन्स इसका इस्तेमाल कई तरह के आइडियाज़ पर गौर करने और उन्हें आज़माकर देखने के लिए करते हैं।

जेनरेटिव AI की किस्में।

जैसे AI के अलग-अलग सबसेट्स को अलग-अलग कामों के लिए बनाया गया है, ठीक उसी तरह जेनरेटिव AI में भी अलग-अलग तरह के कॉन्टेंट बनाने के लिए अलग-अलग तरह के मॉडल्स शामिल होते हैं।

टेक्स्ट जेनरेशन

टेक्स्ट जेनरेशन शायद AI का सबसे जाना-पहचाना रूप है, और चैटबॉट AI मॉडल्स काफ़ी मशहूर हो गए हैं व आए दिन खबरों में दिखते रहते हैं। लोग इन टेक्स्ट जेनरेटर्स का इस्तेमाल प्रूफ़रीडिंग से लेकर सर्वे तैयार करने और कोड बनाने तक हर चीज़ के लिए करते हैं।

इमेज जेनरेशन

Adobe Firefly जैसे AI जेनरेटर्स टेक्स्ट प्रॉम्प्ट को इमेज में बदल सकते हैं। इन्हें आर्टिस्ट्स, कॉन्टेंट क्रिएटर्स, और मार्केटर्स कई तरह से इस्तेमाल कर सकते हैं। AI जेनरेटर्स को लाखों-करोड़ों इमेजेज़ और कैप्शन्स का इस्तेमाल करके ट्रेन किया जाता है। इन जेनरेटर्स की मदद से हर कोई टाइप करके बता सकता है कि उन्हें क्या आउटपुट चाहिए और तेज़ी से नई इमेजेज़ जेनरेट कर सकता है।

 

आर्टिस्ट्स व डिज़ाइनर्स इस टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल, एक-एक इटीरेशन पर घंटों गँवाएँ बिना, नए-नए आइडियाज़ पर गौर करने व अपने काम को नए-नए अंदाज़ में आज़माकर देखने के लिए कर सकते हैं। मार्केटर्स और इंडिपेंडेंट कॉन्टेंट क्रिएटर्स जल्दी से खूबसूरत इमेजेज़ बना सकते हैं, भले ही उन्हें इस काम में पहले से महारत न हासिल हो।

साउंड जेनरेशन

जिस तरह इमेज जेनरेटर्स को इमेजेज़ के बड़े-बड़े डेटासेट्स पर ट्रेन किया जाता है, ठीक उसी तरह म्यूज़िक जेनरेटर्स को म्यूज़िक और मेटाडेटा पर ट्रेन किया जाता है। वे म्यूज़िक स्टाइल्स में व अलग-अलग आर्टिस्ट्स के कामों में मौजूद पैटर्न्स की पहचान कर सकते हैं और उनसे हासिल की गई सीख के आधार पर नया म्यूज़िक जेनरेट कर सकते हैं।

वीडियो जेनरेशन

इस तरह के जेनरेटिव AI में वीडियो, साउंड, और इमेज, तीनों तरह के जेनरेशन्स शामिल होते हैं। इन मॉडल्स को ऑडियो, वीडियो, और टेक्स्ट वाले डेटा पर ट्रेन किया जाता है। ये टेक्स्ट प्रॉम्प्ट्स के आधार पर एडिट करने, कैप्शन डालने, अलग-अलग आउटपुट्स के हिसाब से साइज़ में बदलाव करने, और यहाँ तक कि नया वीडियो जेनरेट करने में भी वीडियो प्रोड्यूसर्स के लिए समय की बचत करने में उनकी मदद कर सकते हैं।

Kangaroo Skydiving

टेक्स्ट-टू-इमेज प्रॉम्प्ट: ultra hd, a kangaroo skydiving

Adobe और आने वाले कल में जेनरेटिव AI.

फ़िलहाल Adobe Firefly का इस्तेमाल एक AI इमेज जेनरेटर के रूप में टेक्स्ट को इमेजेज़ में बदलने, टेक्स्ट इफ़ेक्ट्स क्रिएट करने, इमेजेज़ में एलिमेंट्स जोड़ने या उनसे निकालने, और वेक्टर आर्टवर्क में नए-नए कलर कॉम्बिनेशन्स डालने के लिए किया जा सकता है। लेकिन Firefly को Photoshop और Illustrator जैसे Adobe Creative Cloud ऐप्स में भी एम्बेड कर दिया गया है। इसकी मदद से, क्रिएटर्स अपनी इमेजेज़ को जल्दी से ट्रांसफ़ॉर्म कर सकते हैं, फिर सालों से इस्तेमाल होते आ रहे बारीक टूल्स के ज़रिए कॉन्टेंट में मनचाहे बदलाव कर सकते हैं।

 

जल्द ही, आपके लिए टेक्स्ट प्रॉम्प्ट्स का इस्तेमाल करके कस्टम वेक्टर्स, ब्रशेज़, और टेक्सचर्स जेनरेट करना, कुछ ही वर्ड्स का इस्तेमाल करके किसी वीडियो का मिज़ाज बदलना, या किसी 3D डिज़ाइन को एक फ़ोटोरियलिस्टिक इमेज में तब्दील करना मुमकिन हो सकता है। मौजूदा फ़ीचर्स के साथ-साथ आगे चलकर जुड़ने वाले नए फ़ीचर्स की मदद से, तजुर्बेदार और नए, हर तरह के क्रिएटर्स के लिए अपनी क्रिएटिविटी को एक नए मुकाम पर ले जाना और हर तरह के आइडियाज़ को सच की ज़मीन पर उतारना मुमकिन हो जाएगा।

यह आर्टिकल शेयर करें

पेश है Adobe Firefly.

जेनरेटिव AI की खूबियाँ आपके सभी पसंदीदा Adobe प्रॉडक्ट्स के अंदर आ रही हैं।

आपको ये भी पसंद आ सकता है

सबसे अच्छे AI आर्ट प्रॉम्प्ट्स
AI फ़ोटो एडिटर
AI पेंटिंग जेनरेटर
जेनरेटिव AI क्रिएटिव काम को बदल रहा है